भारत की मोबाइल मार्किट में आजकल काफी हलचल मची हुई है। करीबन 50 से ज़्यादा कंपनीज़ लोगों को अलग अलग तरह से लुभाने में लगी हुई हैं। भारतीय जनता भी काफी लॉयल रहती है जब उसे कोई ब्रांड पसंद आ जाता है। अब आप Nokia और Samsung को ही देख लीजिये। इन दोनों ब्रांड्स की सफलता में ब्रांड लॉयल्टी का बहुत बड़ा हाथ है।
पिछले 3 सालों में मैंने बहुत सारे ब्रांड्स को उठते और डूबते देखा है। जो ब्रांड्स इस मारामारी में ज़िंदा रह पाए हैं उन सब में एक बात सामान्य है। ये लोग अपने ग्राहकों की सुनते हैं और हर वक्त कुछ न कुछ नया करते रहते हैं। इसी श्रेड़ी में Coolpad भी आता है।
Coolpad Note 3 पिछले साल अक्टूबर के महीने में आया था। यह एक शानदार फ़ोन था क्योंकि पहली बार फिंगरप्रिंट स्कैनर और 3 GB RAM Rs 9000 में कोई कंपनी दे रही थी। साथ ही साथ Coolpad ने फ़ोन की क्वालिटी पर भी अच्छा खास ध्यान रखा। इसका परिणाम यह हुआ की लोगों ने खुले दिल से Coolpad को अपनाया।
यह कंपनी यही नहीं रुकी। जनवरी 2016 में इसने Coolpad Note 3 Lite निकाला जो की Rs 7000 में फिंगरप्रिंट स्कैनर और 3 GB RAM जैसे आधुनिक स्पेक्स देता है। ऐसा आक्रामक मूल्य पहले मैंने Moto E स्मार्टफोन में देखा था। लेकिन Moto E 2 और Moto E 3 में कंपनी कुछ ज़्यादा नवोन्मेष नहीं कर पायी और उन दोनों फ़ोन्स की बिक्री काफी काम रही। यही कहानी आजकल मिक्रोमक्स और लेनोवो दोहरा रहे हैं।
मैंने इस मुद्दे पर चर्चा इस लिए करी क्योंकि अक्सर ऐसा देखा गया है की पहली बार सस्ते फ़ोन में अच्छे स्पेक्स देकर कंपनी अगली बार क्वालिटी गिरा देती है।
अब सबकी निगाहें कूलपैड के आने वाले फ़ोन पर तिकी हैं। यह नया फ़ोन 10 अगस्त को लॉंच होगा। क्या यह मार्किट में खलबली मैच पायेगा? में नहीं कह सकता। क्या यह फ़ोन भी Note 3 और Note 3 Lite की तरह लोगों का मन जीत लेगा? मैं फिलहाल इसका जवाब भी नहीं दे सकता। एक बात में ज़रूर कह सकता हूँ की आपकी तरह मैं भी इस नए फ़ोन का बेसबरी से इंतज़ार कर रहा हूँ।